‘नवाकार’

‘नवाकार’ हिन्दी कविताओं का संग्रह है,विशेषतः शिल्प प्रधन कविताओं का संग्रह है जिसमें काव्य की सभी विधाओं/शिल्पों पर कविता प्राप्त होगीं । विशषेकर छंद के विभिन्न शिल्प यथा दोहा, चौपाई कवित्त, गीतिका हरिगीतिका, सवैया आदि । जपानी विधि की कविता हाइकु, तोका, चोका । उर्दु साहित्य की विधा गजल, मुक्तक आदि की कवितायें इसमें आप पढ़ सकते हैं ।

दीप पर्व है

     दीप पर्व है
    अज्ञानता को मेटो
    ज्ञान दीप ले
    मानवता को देखो
    प्रेम ही प्रेम भरा

     नन्हे दीपक
    अंधियारा हरते
    राह दिखाते
    स्वयं अंधेरे बैठे
    घमंड छोड़ कर

    सुख समृद्धि
    घर भरा पूरा हो
    मन में शांति
    दीपक का प्रकाश
    प्रकाशित अचल

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