दीप पर्व है
अज्ञानता को मेटो
ज्ञान दीप ले
मानवता को देखो
प्रेम ही प्रेम भरा
नन्हे दीपक
अंधियारा हरते
राह दिखाते
स्वयं अंधेरे बैठे
घमंड छोड़ कर
सुख समृद्धि
घर भरा पूरा हो
मन में शांति
दीपक का प्रकाश
प्रकाशित अचल
अज्ञानता को मेटो
ज्ञान दीप ले
मानवता को देखो
प्रेम ही प्रेम भरा
नन्हे दीपक
अंधियारा हरते
राह दिखाते
स्वयं अंधेरे बैठे
घमंड छोड़ कर
सुख समृद्धि
घर भरा पूरा हो
मन में शांति
दीपक का प्रकाश
प्रकाशित अचल
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