माता की जयकार से, गूंजे है दरबार ।
माता तेरी भक्ति में, झूमे है संसार ।।
झूमे है संसार, भेट श्रद्धा के लाये ।
रखे भक्त उपवास, मनौती तुझे सुनाये।।
बढ़े असुर दल आज, पाप अब सहा न जाता ।
दुष्ट बचे ना एक, कीजिये रक्षा माता ।।
माता तेरी भक्ति में, झूमे है संसार ।।
झूमे है संसार, भेट श्रद्धा के लाये ।
रखे भक्त उपवास, मनौती तुझे सुनाये।।
बढ़े असुर दल आज, पाप अब सहा न जाता ।
दुष्ट बचे ना एक, कीजिये रक्षा माता ।।
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